
Thursday, December 22, 2011
Sunday, December 11, 2011
Saturday, March 26, 2011
तेरा नाम
खत खिताबत में तेरा नाम छुपा सा रहता
संदली बाहों में इक जोश जवां रहता
घर की नीलामी के समय एक ख्याल आया सुमन
काश इस घर पे मेरा नाम लिखा ना रहता
Monday, January 24, 2011
uthaayaa maine jab saagar
uthaayaa maine jab saagar farishton kaa slaam aayaa
jhuke sajde main laahon sr jo lab pe teraa naam aayaa
hazaaron ranjo almon gam zamaane bhar ki ruswaayee
baraahe aashqi chal kar hamen ye hi eenaam aayaa
yahi anjaam hai aakhir mere sabro tuammal kaa
naa koee naambr aayaa naa koee bhi payaam aayaa
raqeebon nain kiyaa ruswaa suman itnaa zamaane main
janaaza jab chalaa naa saath koee khaaso aam aayaa
Sunday, January 16, 2011
बेला सी महकी
बेला सी महकी साँसों का है आज क्षणिक उन्माद
कल वही जलाने को होगी बस एक सुलगती याद
कुछ पल मन में सिहरन सी थी जब हाथों में थे हाथ
कुछ भी तो स्थाई नहीं यहाँ बस पल दो पल का साथ
सब सिमट पुने तूफ़ान गए किसका किस से अनुराग
कुछ पल के साथी सभी यहाँ किस पर किस का अधिकार
कुछ विजय भाव से गर्वोन्नत कोई बैठा लाचार
बाहों में घिर आया बसंत ले मादकता निशेष
पर बाँध न पाया बीते पल दीवानों का परिवेश
कल वही जलाने को होगी बस एक सुलगती याद
कुछ पल मन में सिहरन सी थी जब हाथों में थे हाथ
कुछ भी तो स्थाई नहीं यहाँ बस पल दो पल का साथ
सब सिमट पुने तूफ़ान गए किसका किस से अनुराग
कुछ पल के साथी सभी यहाँ किस पर किस का अधिकार
कुछ विजय भाव से गर्वोन्नत कोई बैठा लाचार
बाहों में घिर आया बसंत ले मादकता निशेष
पर बाँध न पाया बीते पल दीवानों का परिवेश
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